कृषि विभाग ने किसानों को पाले से बचाव की सलाह दी

ratlam news- कृषि विभाग ने किसानों को पाले से बचाव की सलाह दी Agriculture department advised farmers to protect themselves from frost


रतलाम। अगामी मौसम को देखते हुए जिले की रतलाम, सैलाना, जावरा, पिपलौदा तहसील में भ्रमण कर गेहूं, चना, सरसों लहसुन की फसल प्रबन्धन के बारे में किसानों को तकनीकी सलाह दी जा रही है । सहायक संचालक कृषि रतलाम भीका वास्के ने बताया कि जिले में 215500 हैक्टेयर में गेहूं तथा 46200 हैक्टेयर में चना और 11100 हैक्टेयर में सरसों फसल की बोवनी की गई है, वर्तमान में रबी फसलों की स्थिति अच्छी है लेकिन मौसम को देखते हुए किसानों को सावधानी बरतनी होगी । बर्फीली हवाओं के कारण किसानों को नुकसानी की चिन्ता सता रही है । किसानों को सलाह देते हुए कहा कि देरी से बाई गई गेहूं की फसल में सिंचाई से पूर्व यूरिया का छिडकाव करें, समय से बाई गई गेहूं की फसल में 20- 20 दिन के अंतराल पर सिंचाई करें । जहॉं पर गेंहूँ की फसल में वाली आ चुकी है वहॉं पर आवश्यकता से अधिक सिंचाई करने पर फसल गिर सकती है और दानों में धब्बे आ जाते हैं, इससे उपज प्रभावित हो सकती है । बालियॉं निकलते समय फुवारा फद्धति से सिंचाई नहीं करें, फूल गिर सकते हैं । 
      सरसों की फसल में माहू का प्रकोप ऊपरी भाग तना/पत्ती पर होने की दशा में इमिडाक्लोरोप्रिड 17.8 एस.एल. प्रति 15 लीटर पानी में घोल बनाकर छिडकाव करें । वर्तमान में तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है इससे रबी फसलों में पाले का प्रभाव होने की सम्भावना हो सकती है, यदि सांय के समय उत्तरीय सर्द हवायें चलती हैं तो किसानों को पाले से बचाने के लिए उत्तरीय पश्चिमी छोर पर कचरा एकत्रित कर आग से धुऑं करना चाहिए । थायो यूरिया 15 ग्राम प्रति पम्प अथवा 150 ग्राम प्रति 150 लीटर पानी के साथ प्रति एकड की दर से खडी फसल पर छिडकाव करें ।